पूर्वाभिमुख बना देवीपाटन मंदिर गर्भगृह और जगमोहन सहित तराशे गये पत्थरों का है, जिन पर अब प्रायः सर्वत्र संगमरमर जड़ा जा चुका है। मंदिर का स्थापत्य उत्तर भारत में प्रचलित पारम्परिक मंदिर शैली का है, किन्तु शिखर पर स्थापित स्वर्ण कलश का स्वरूप और शिल्प नेपाली है।