मुख्य मंदिर के अन्तःकक्ष में चबूतरे के पीछे पश्चिमी दीवार से संलग्न जगदम्बा दुर्गा की संगमरमर की सिंह पर आरूढ़ अष्टभुजी प्रतिमा कुछ वर्षों पूर्व स्थापित हो चुकी है। प्रतिमा के पीछे पूरी दीवार पर स्वर्णिम आभा बिखेरता पीतल का पत्तल चढ़ा हुआ है। ऐसा ही अलंकरण गर्भगृह के पूरे प्रवेश द्वार पर भी हो चुका है, जिससे मंदिर का आकर्षण कई गुना बढ़ गया है।