श्री माँ पाटेश्वरी शक्तिपीठ मंदिर देवीपाटन के परिसर में ही पीछे की ओर बगीचे में थारू जनजाति के बच्चों की निःशुल्क शिक्षा तथा उन्हें निःशुल्क आवासीय व्यवस्था देने के लिए ब्रह्मलीन महंत महेन्द्रनाथ योगी ने एक बनवासी छात्रावास का भी निर्माण कराया, जिसमें 100-120 की संख्या में निवास करते हुए पिछड़े क्षेत्र के थारू जनजाति के बच्चे आधुनिक शिक्षा-दीक्षा ग्रहण करते हुए राष्ट्रीय जीवन की मुख्य धारा में प्रविष्ट होकर संस्कार और आत्मनिर्भरता का पाठ पढ़ रहे हैं।
वर्तमान महंत श्री मिथिलेश नाथ योगी जी की योजना है कि सामाजिक समरसता के इस प्रकल्प को यथाशीघ्र और विस्तृत करते हुए यहाँ और भी लोगों को समायोजित किया जाय ताकि शताब्दियों से राष्ट्रीय समाज और आधुनिक विकास से वंचित लोगों को देशकालोचित जीवन का प्रकाश प्राप्त हो और उनकी ऊर्जा राष्ट्र और समाज के संविकास में सहभागी बने।